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क्यों मनाई जाती है दीपावली ?

दीपावली मनाने के कई कारण हैं जिनमे से आज हम कुछ महत्त्वपूर्ण कारणों पर प्रकाश डालेगें |

             क्यों मनाई जाती है दीपावली 

दीपावली अर्थात दीपो का त्यौहार ,जो हर वर्ष हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की

अमावस्या को मनाया जाता है |

क्यों मनाई जाती है दीपावली ?

हमारे देश में इस त्यौहार का अत्यधिक महत्त्व है ,हिन्दू त्यौहार होने के बावजूद यह सभी धर्मो द्वारा बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है और यही तो हमारे देश की पहचान है

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‘अनेकता में एकता ‘ 

दीपावली के इस त्यौहार में लोग अपने अपने घरो की साफ़ सफाई करते है अपने घरो को सजाते है और माता लक्ष्मी के आगमन के लिए प्रार्थना करते हैं  |

इस त्यौहार का इंतज़ार सभी को होता है ,लोग मिलजुल कर अपने परिवार के साथ माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करते है |

बच्चो में तो इस त्यौहार का उत्साह देखते ही बनता है |

दिवाली के पर्व से हमे ना केवल धार्मिक बल्कि आध्यात्मिक ज्ञान भी मिलता हैं।

आज के समाज में जहाँ कटुता, शत्रुता, ईर्ष्या इतनी अधिक बढ़ गयी हैं ,

तब हमे दिवाली संदेश देती हैं कि मनुष्य को अपने सभी स्वार्थों का त्याग कर केवल धर्म का पालन करना चाहिए व किसी का भी अहित नही करना चाहिए।

क्यों मनाई जाती है दीपावली ?

दीपावली के इस त्यौहार के साथ अन्य कई त्यौहार भी जुड़े है जैसे- धनतेरस , छोटी दीवाली , बड़ी दीवाली , गोवर्धन पूजा , भाईदूज आदि | 

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पर क्या आप जानते हैं की दीपावली का यह त्यौहार मनाया क्यों जाता है ??

ऐसे ही कुछ और सवाल है जैसे-

  • क्यों मनाई जाती है दीपावली  ?
  • दीपावली कब से और क्यों मनाई जाती है ?

इस त्यौहार के मनाने के पीछे कई अलग अलग कारण हैं जिसमे सर्वाधिक प्रचलित और महत्त्व पूर्ण कारण  कुछ इस प्रकार हैं  |

  • वनवास पश्चात् श्री राम का वापस अयोध्या आना  

महारानी कैकई ने महराज दशरथ और कौशल्या के पुत्र श्री राम के लिए 14 वर्ष के वनवास का वचन माँगा था ,ताकि कैकई के पुत्र भरत को  महाराज  बनाया जाए |

महरानी कैकई के  इसी  वचन का मान रखते  हुए  श्री राम  ने  14 वर्ष  का वनवास स्वीकारा  ,उनके साथ माता सीता और छोटे भाई लक्ष्मण ने भी वनवास जाने की  हठ की ,

फलस्वरूप श्री राम अपनी पत्नी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ अपने जीवन के 14 वर्ष वनवास में बिताए  |

14 वर्ष पशचात उनके अयोध्या लौटने की  खुशी में  पूरे अयोध्या  में  जश्न का  माहौल बन गया ,लोगो ने  अपनी खुशी जाहिर करने के लिए  अपने अपने घरो में घी के दीपक जलाए |

उस दिन से लेकर आज तक भारत  वासी अपने  घरों में मिलकर दीपक जलाते हैं और दीपावली का त्यौहार मानते हैं  |

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  • माता लक्ष्मी और भगवान् धन्वन्तरी का समुद्र मंथन से जन्म 

जब देवताओ और दैत्यों ने मिलकर समुद्र मंथन किया तब समुद्र में से माता लक्ष्मी का जन्म हुआ ,

यह दिन कार्तिक माह की अमावस्या का था और इसी कारण इस दिन  हम माता लक्ष्मी की पूजा करते हैं और धन वैभव का आशीष मांगते हैं ,क्यों  की माता लक्ष्मी धन वैभव की देवी मानी  गई हैं |

माता लक्ष्मी के जन्म के २ दिन पूर्व भगवान् धन्वन्तरी का जन्म हुआ जिनके हाथों में सोने का कलश था ,

और इसी कारण दीवाली के २ दिन पूर्व धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है  |

  • भगवान् श्री कृष्ण के द्वारा दैत्य नरकासुर का वध 

नरकासुर एक दुष्ट राजा था जिसने तीनो लोको में अपना अत्याचार फैला रखा था | इस दैत्य से मुक्ति पाने के लिए सभी देवी देवताओं ने भगवान् विष्णु से विनती की ,

तत्पश्चात भगवान् विष्णु (कृष्ण ) ने कार्तिक माह की अमावस्या को नरकासुर का वध करके तीनो लोको में शांति व्यवस्था कायम की  |

नरकासुर के वध के कारण ही दीपावली के दूसरे दिन नरक चतुर्दशी मनाई जाती है , और लोग इस दिन को अशुभ मानकर कोई भी शुभ कार्य नहीं करते  |

  • महाभारत काल मे पांड्वो के अज्ञातवास की समाप्ति 

महाभारत काल की पांड्वो और कौरवो की लड़ाई तो जग जाहिर है |

कौरवो के पक्ष में रहने वाले मामा शकुनी ने पांड्वो को अपनें जुएँ के जाल में फंसाकर उनका सब कुछ छीन लिया ,और पांड्वो को  13 साल का अज्ञातवास  भी भोगना पड़ा |

13 सालो तक पांचो भाई  (युधिष्ठिर ,अर्जुन , भीम ,नकुल , सहदेव ) अपनी माता कुंती

के साथ जंगल जंगल भटकते रहे |

13 वर्ष पशचात पांडव अपने राज्य वापस लौटे यह दिन था कार्तिक माह की अमावस्या का  ,और इसी दिन उनकी प्रजा ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया  |

यह भी एक कारण है इस दिन दीपावली मनाने  का  |

अन्य कारणों में –
  • इसी दिन राजा विक्रमादित्य का राज्याभिषेक हुआ जिससे राज्य की प्रजा ने दीपा जलाकर हर्षोल्लास मनाया |
  • इसी दिन मुग़ल बादशाह जन्हागीर ने गुरु गोविन्द सिंह को अपने कैद से आज़ाद किया जिसके कारण सिख समुदाए के लोगो द्वारा इस दिन दीपावली का त्यौहार मनाया जाने लगा |
  • कुछ धारणाओं के अनुसार दीपावली के त्यौहार को किसानो से भी जोड़ा जाता है ,क्योंकिं दीवाली के त्यौहार के आस पास ही किसानो की
  • फसलों की कटाई होती है,      तथा उनके घरो में अनाजों का भण्डारण बढ़ता है ,जिससे किसानो के परिवार में सुख सम्रद्धि आती है सभी किसान दीवाली का त्यौहार बड़ी खुशी से मानते हैं  |

अब आपको या पता चल ही गया होगा की दीपावली का यह त्यौहार मानाने के पीछे के कारण क्या हैं  ..

आशा करते हैं आप और आपका परिवार मिल जुल कर इस त्यौहार को मनाएंगे , माता लक्ष्मी की कृपा से आपका घर भी सुख सम्रद्धि से भर जाएगा  |

कैसा लगा आपको हमारा यह लेख ,अपने विचारो को थोडा सा समय लेकर COMMENT BOX में जरुर लिखें |

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( हम आपके लिए ऐसे ही तरह तरह की ज्ञानवर्धक जानकारियां लाते रहेंगे वो भी अपनी भाषा हिंदी में )

                                             धन्यवाद   !! Around Facts..तथ्यों के इर्द गिर्द

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This Post Has 15 Comments

  1. Prasoon Tiwari

    awesome 👌👌👌

  2. Prasoon Tiwari

    awesome 👌👌

  3. Prasoon Tiwari

    very nice

  4. Sonam chaturvedi

    Good going…bro..👍👍

  5. Preeti Dubey

    Very colourful knowledge with lots of picture…very nice explanation…👌

  6. VIKALP DUBEY

    That’s very knowledgeable …keep going ☺️☺️☺️

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