Lata Mangeshkar Biography in Hindi , लता मंगेशकर जीवनी
फिल्मी जगत में 20 से अधिक भाषाओं और 30,000 से अधिक गानों के विश्व रिकॉर्ड के के साथ महान पार्श्व गायिका लता मंगेशकर ने करोड़ों लोगों के दिलों में कभी न मिटने वाली छाप छोड़ी है।
6 फरवरी 2022 को इनका 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। 50 के दशक से मशहूर लता जी की सुरीली आवाज लगभग 70 सालों से हर वर्ग के लोगों की पसंदीदा रही है। इन्होंने अपने जीवन के 80 साल भारतीय संगीत को समर्पित कर दिए।
मात्र 5 वर्ष की उम्र से ही इन्होंने अपने पिता के संगीत नाटकों में अभिनय करना शुरू कर दिया था। आइए जानते हैं लता मंगेशकर का जीवन परिचय कैसे इन्होंने 13 वर्ष की उम्र में अपने पिता को खोने के बाद अपने घर की जिम्मेदारियों को संभालते हुए हिंदी फिल्म उद्योग की सर्वश्रेष्ठ गायिका बनी। यह आर्टिकल Lata Mangeshkar Biography in Hindi , लता मंगेशकर जीवनी , लता मंगेशकर के संक्षिप्त जीवन परिचय है।
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नाम | लता मंगेशकर ( पहले , हेमा मंगेशकर ) | |
जन्म | 28 सितम्बर 1929 इन्दौर, इन्दौर रियासत , सेन्ट्रल इंडिया एजेन्सी (वर्तमान मध्यप्रदेश, भारत) | |
मृत्यु | 6 फ़रवरी 2022 (उम्र 92) मुंबई, महाराष्ट्र, भारत | |
अन्य नाम | स्वर-साम्राज्ञी, राष्ट्र की आवाज, सहराब्दी की आवाज, भारत कोकिला, स्वर कोकिला | |
व्यवसाय | पार्श्वगायिका, संगीत निदेशक, निर्माता | |
कार्यकाल | 1942 से 2022 | |
माता-पिता | दीनानाथ मंगेशकर (पिता) शेवन्ती मंगेशकर (माता | |
संबंधी | मीना खाडीकर् (बहन) आशा भोसले (बहन) ऊषा मंगेशकर (बहन) हृदयनाथ मंगेशकर (भाई) |
Table of Contents
प्रारंभिक जीवन
लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1920 को मध्य प्रांत के इंदौर नगर में हुआ। इनके पिता का नाम दीनानाथ और माता का नाम शेवंती मंगेशकर था। लता जी चार बहनों और एक भाई में से सबसे बड़ी थी। लता जी ने बचपन में कुछ ही दिन स्कूल की शिक्षा प्राप्त की थी और फिर कभी स्कूल नहीं गई। स्कूल नहीं जाने के बाद भी लता जी को 6 विश्वविद्यालयों ने डॉक्टरेट की डिग्री प्रदान की है।
इनके पिता दीनानाथ मंगेशकर एक मराठी संगीतकार थे और उसके साथ थिएटर में काम भी किया करते थे। दीनानाथ जी ने अपने एक नाटक भाव बंधन की महिला किरदार लतिका से प्रभावित होकर लता का नाम हेमा से लता कर दिया था। दीनानाथ जी का निधन 1942 में हो गया और सभी भाई बहनों में सबसे बड़ी होने के कारण परिवार की पूरी जिम्मेदारी लता जी के कंधों पर ही आ गई। Lata Mangeshkar Biography in Hindi , लता मंगेशकर जीवनी
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संगीत जीवन की शुरुआत
दीनानाथ की मृत्यु के बाद उनके एक मित्र विनायक दामोदर की सहायता से लता जी के संगीत का सफर शुरू हुआ। और इन्होंने अपना पहला गाना एक मराठी फिल्म कीर्ति हसाल के लिए ( माता एक सपूत की दुनिया बदल दे तू ) वर्ष 1942 में गाया ,हँलाकि रिकॉर्डिंग के बाद फिल्म से यह गाना हटा दिया गया था लेकिन यहीं से इनकी संगीत जीवन की शुरुआत हुई। इन्हें बचपन से ही गाने का शौक था ।
संघर्ष और पहला अभिनय
पिता की मृत्यु के बाद घर चलाने इन्होंने कड़ा संघर्ष किया और पैसों के लिए कुछ हिंदी और मराठी फिल्मों में अभिनय भी। अभिनेत्री के रूप में इनकी पहली फिल्म थी पाहिली मंगलागौर जो वर्ष 1942 में आई थी, इस फिल्म में उन्होंने स्नेहप्रभा प्रधान की छोटी बहन का किरदार निभाया था। बाद में उन्होंने कई फिल्मों जैसे गजभाऊ, बड़ी मां, जीवन यात्रा , छत्रपति शिवाजी जैसी फिल्मों में काम किया। Lata Mangeshkar Biography in Hindi , लता मंगेशकर जीवनी को पूरा पढ़ें।
1947 में बसंत जोगलेकर ने अपनी फिल्म आपकी सेवा में लता जी को गाने का मौका दिया इस फिल्म में गाने के बाद लता जी की खूब चर्चा हुई।
बाद में उन्होंने कई और गाने गाए लेकिन उन्हें अपने उस गाने की अभी भी तलाश थी जो उन्हें हिट करने वाला था। उन्हें अपनी पतली आवाज के कारण फिल्मी जगत में पहले से स्थापित गायिकाओं से कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा था वह खुद भी उस समय की मशहूर गायिका नूरजहां की तरह गाना चाहती थी लेकिन धीरे-धीरे लोगों ने लता जी को उनको उस पतली आवाज में ही अपनाना शुरू कर दिया।
इस गाने ने बदल दी किस्मत
1949 में फिल्म महल में लता जी को गाने का मौका मिला और ”आएगा आने वाला” गीत लता जी ने गाया , उनके इस गीत को उस जमाने की मशहूर अभिनेत्री मधुबाला पर फिल्माया गया था यह फिल्म एक बड़ी हिट रही। लता और मधुबाला की जोड़ी को खूब सराहा गया इसके बाद लता जी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
पार्श्व गायिका के रूप में पहचान दिलाने वाले उनके गुरु उस्ताद गुलाम हैदर थे, जिन्होंने यह साबित करने का बीड़ा उठाया था की पतली आवाज के बाद भी लता जी भविष्य में एक सफल और प्रसिद्ध पार्श्व गायिका बनेगी ,और उनकी यह बात सिद्ध भी हुई।
अमर हो गया उनका यह गीत
एक समय ऐसा था जब देश का मनोबल टूट रहा था और भारत को किसी ऐसे जज्बे की तलाश थी जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी को एक कर सकें ,और भारत के तिरंगे को देखकर गर्व महसूस करा सके। उस समय कवि प्रदीप जी के शब्द ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी को लता जी ने अपनी आवाज दी। जिसे सुनकर देश का कतरा कतरा गर्व से झूम उठा। इस गीत को पहली बार 27 जनवरी 1963 को दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में गाया गया था। और उसके बाद यह गीत सदा के लिए अमर हो गया। Lata Mangeshkar Biography in Hindi , लता मंगेशकर जीवनी
विश्व रिकॉर्ड और संयास
लता जी ने हमेशा सदाबहार गाने और उनकी आवाज में ख़लिश थी , जो कभी बचपन की यादें तो कभी आंखों में आंसू और कभी सीमा पर खड़े जवानों में जोश भरने के लिए काफी था। इन्होंने 5 दशकों तक लगभग 30,000 से अधिक गानों में अपनी आवाज दी जोकि एक विश्व रिकॉर्ड है। 2004 में आई फिल्म veer-zaara में गाने के बाद इन्होंने फिल्मी गानों से संयास ले लिया था।
लता मंगेशकर हमेशा अपनी शर्तों पर ही गाना रिकॉर्ड करती थी उनका मानना था कि रिकॉर्डिंग के पेमेंट के बाद भी जब तक वह रिकॉर्ड बिक रहा है गायक को भी उसका एक छोटा हिस्सा मिलना चाहिए जबकि सभी प्रोड्यूसर इसके खिलाफ थे।
शादी क्यों नहीं की
लता जी ने कभी शादी नहीं की क्योंकि छोटी सी उम्र में जिम्मेदारियां आने के बाद वो दुनियादारी में इतनी उलझ गई कि उन्होंने काफी शादी ना करने का फैसला लिया। कहा जाता है की संगीतकार सी रामचंद्र जी ने एक बार लता जी को शादी का प्रस्ताव दिया था लेकिन लता जी ने उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया। वहीं सी रामचंद्र जी का कहना था की लता जी उन्हें पंसद करती थीं और शादी भी करना चाहती थीं ,लेकिन सी रामचंद्र जी ने पहले से शादीशुदा होने के कारण उन्हें मना कर दिया।
जीवन से जुड़े कुछ विवाद
वैसे तो लता जी का जीवन साधारण नजर आता है लेकिन इनके जीवन से भी कुछ विवादों का नाता जुड़ा है।
एक बार मोहम्मद रफी के साथ रॉयल्टी से जुड़ा विवाद हुआ लता जी एल्बम में हिस्सा लेना चाहती थी जबकि रफी साहब पेमेंट के लिए गीत गाते थे।
ऐसा ही एक विवाद एसडी बर्मन के साथ भी हुआ जिसके बाद उन्होंने 7 वर्षों तक एक दूसरे के साथ काम नहीं किया। Lata Mangeshkar Biography in Hindi , लता मंगेशकर जीवनी …..
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वही एक विवाद उनकी छोटी बहन आशा भोंसले से भी जुड़ा है पिता की मौत के बाद सारी जिम्मेदारी लता जी के ऊपर आ गई उन्हें लगा कि उनकी छोटी बहन आशा उनकी कुछ मदद करेगी लेकिन 16 वर्ष की आयु में ही आशा ने अपने से दोगुनी उम्र के व्यक्ति गणपत राव भोसले से शादी कर ले जिसकी वजह से दोनों बहनों में दूरियां आ गई थीं । लेकिन समय के साथ सब ठीक हुआ और दोनों वापस नजदीक आ गई।
लता मंगेशकर के टॉप 10 फेमस गाने
- ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी।
- वंदे मातरम (आनंद मठ)
- लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो न हो (साधना)
- प्यार किया तो डरना क्या (मुगल-ए-आजम)
- आप की नजरों ने समझा प्यार के काबिल मुझे (अनपढ़)
- ये जिंदगी उसी की है, जो किसी का हो गया (अनारकली)
- तुझसे नाराज नहीं जिंदगी हैरान हूं मैं (मासूम)
- आज फिर जीने की तमन्ना है, आज फिर मरने का इरादा है (गाइड)
- पर्बत के पीछे चंबे दा गांव (महबूबा)
- हाय-हाय ये मजबूरी, ये मौसम और ये दूरी (रोटी, कपड़ा और मकान)
पुरुस्कार
लता जी को अपनी जिंदगी में कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया जिसमें निम्नलिखित पुरस्कार शामिल है। Lata Mangeshkar Biography in Hindi , लता मंगेशकर जीवनी
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार • वर्ष 1972 में, फ़िल्म परिचय के गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका • वर्ष 1974 में, फ़िल्म कोरा कागाज़ के गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका • वर्ष 1990 में, फ़िल्म लेकिन के गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका फिल्मफेयर पुरस्कार • वर्ष 1959 में, सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका गीत “आजा रे परदेसी” (मधुमती) के लिए • वर्ष 1963 में, सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका गीत “कहीं दीप जले कहीं दिल” (बीस साल बाद) के लिए • वर्ष 1966 में, सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका गीत “तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा” (ख़ानदान) के लिए • वर्ष 1970 में, सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका गीत “आप मुझे अच्छे लगने लगे” (जीने की राह) के लिए • वर्ष 1994 में, फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड • वर्ष 1995 में, फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार गीत “दीदी तेरा देवर दिवाना” (हम आपके हैं कौन) के लिए महाराष्ट्र राज्य फिल्म पुरस्कार • वर्ष 1966 में, सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका फिल्म “साधी माणसं” के लिए • वर्ष 1977 में, सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका फिल्म “जैत रे जैत” के लिए • वर्ष 1997 में, महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित • वर्ष 2001 में, महाराष्ट्र रत्न (प्रथम प्राप्तकर्ता) से सम्मानित भारत सरकार पुरस्कार • वर्ष 1969 में, पद्म भूषण से सम्मानित • वर्ष 1989 में, दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित • वर्ष 1999 में, पद्म विभूषण से सम्मानित • वर्ष 2001 में, भारत रत्न से सम्मानित • वर्ष 2008 में, भारत की आजादी के 60 वीं वर्षगांठ स्मृति के दौरान “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया। इनके अलावा, उनके पास कई अन्य पुरस्कार, सम्मान, उपलब्धियां भी है। |
मृत्यु
8 जनवरी 2022 को साँस और कोरोना संक्रमण के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया बीच में उनकी हालत कुछ सुधरी भी, लेकिन 6 फरवरी 2022 को उन्होंने अंतिम सांस ले ली ।
संगीत जगत के लिए उनका जाना अपूरणीय क्षति था , लगभग 7 दशकों तक वह भारतीय संगीत को सजाती व संवारती रहीं। उनकी आवाज ईश्वर की देन थी हम प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
कैसा लगा Lata Mangeshkar Biography in Hindi , लता मंगेशकर जीवनी कमेंट बॉक्स में जरूर लिखियेगा और लता जी से जुड़ी कुछ बातें जो आपको पता हो कमेंट में लिख कर हमें भी बताइएगा। यह आर्टिकल पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। ……..
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