Future Of Cryptocurrency In India – भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य
दुनिया भर मे फैली मंदी और FTX मे हुए घोटाले का असर पूरे crypto बाजार मे दिखाई दिया, बाजार मे cryptocurrency के कमजोर होने के साथ ही crypto निवेशक, अपने पैसे इस Cryptocurrency बाजार से बाहर निकालने लगे।
और इसी कारण इस बात पर बहस शुरू हो गई कि क्या भारत मे Cryptocurrency के दिन चले गए या एक बार फिर से Cryptocurrency के बाजार मे रंगत दिखाई देगी??
आज के समय में क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना निवेशकों के बीच का सबसे हॉट टॉपिक बना हुआ है और वह भी खासकर युवा निवेशकों के बीच। ऐसे निवेशक जो परंपरागत रूप से सुरक्षित तरीके से पैसा लगाने में विश्वास रखते थे वे भी अब क्रिप्टोकरंसी की ओर लगातार अपनी दिलचस्पी बनाए हुए हैं।
पिछले कुछ वर्षों में देखा गया कि भारत क्रिप्टोकरंसी की दुनिया में सबसे लोकप्रिय सक्रिय बाजारों में से एक बन गया है कई अध्ययनों में यह देखा गया है कि भारत में दुनिया के लगभग आधे से अधिक क्रिप्टो मालिक मौजूद है और यह क्रिप्टो खरीदने की दर में दुनिया में दूसरे स्थान पर है।
2009 में जब क्रिप्टो करेंसी के रूप में बिटकॉइन ने भारत में प्रवेश किया उस समय देश में उपलब्ध यह पहली क्रिप्टो करेंसी बन गई । 2013 के बाद देश में पहला क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज स्थापित किया गया था और इन एक्सचेंज के माध्यम से लोगों ने धीरे-धीरे क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना शुरू कर दिया। भारत में तेजी से इंटरनेट की सुविधा मिलने ,तकनीकी उद्योगों के विकास और तकनीक प्रेमियों की बढ़ती संख्या जैसे कई कारणों ने क्रिप्टो करेंसी को भारत में बहुत अधिक लोकप्रिय बना दिया।
भारत के लोगों ने जमकर बाजार में उपलब्ध क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया खासकर 2020 और 2021 में । (Future Of Cryptocurrency In India )
इसी बीच समय-समय पर देश में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा क्रिप्टो करेंसी को लेकर कई नियम बनाए गए। यहां तक कि क्रिप्टो करेंसी को भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया था लेकिन समय के साथ क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग भारत में दोबारा से शुरू हो गई । इन सबके बाद भी लोगों को क्रिप्टोकरंसी में काफी भरोसा था और वे लगातार ही इस पर निवेश कर रहे थे लेकिन 2022 के अंत में हुए FTX घोटाले ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया FTX घोटाले के दौरान क्रिप्टो करेंसी बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया ।
और इसी कारण लोग अब क्रिप्टो करेंसी बाजार में अपना विश्वास खोते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस आर्टिकल में हम बात करेंगे Future Of Cryptocurrency In India के बारे में !
क्या है क्रिप्टो करेंसी ?
क्या आने वाले समय में भारत में क्रिप्टो करेंसी पर लोगों का विश्वास कायम रहेगा या नहीं !
सरकार द्वारा क्रिप्टोकरंसी को लेकर किस प्रकार के कदम उठाए जाएंगे और क्या भारत में क्रिप्टो करेंसी वैध है या नहीं ? ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब विस्तार में लेकर यह आर्टिकल लिखा गया है।
तो बने रहिए इस आर्टिकल के अंत तक यहां से आपको एक शानदार जानकारी प्राप्त होगी।
Table of Contents
क्या है क्रिप्टो करेंसी
क्रिप्टो करेंसी एक प्रकार की डिजिटल करेंसी है ,जो वित्तीय लेनदेन का एक जरिया है। यह क्रिप्टोकरंसी किसी भी मुद्रा के समान ही होती है लेकिन फर्क केवल यह है कि यह आभासी रूप में विद्यमान है, यह दिखाई नहीं देती और ना ही इसे आप अपने हाथों में पकड़ सकते हैं और इसीलिए इसे डिजिटल करेंसी कहा जाता है।
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित और कंप्यूटर एल्गोरिदम पर बनी हुई इस क्रिप्टो करेंसी का पूरा कारोबार ऑनलाइन होता है। जिस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है।
भारत में क्रिप्टो करेंसी / Future Of Cryptocurrency In India
अध्ययन के अनुसार भारत दुनिया में अन्य देशों के मुकाबले सबसे तेजी से विकसित होने वाला क्रिप्टो करेंसी बाजार है।
लेकिन अब भारत में मौजूद क्रिप्टो करेंसी निवेशक इस बात को लेकर डरे हुए हैं कि यह निवेश कानूनी रूप से वैध है या नहीं ?और शायद इसी धारणा को स्पष्ट करने के लिए पहली बार देश के बजट में क्रिप्टो करेंसी जैसी डिजिटल करेंसी के ऊपर टैक्स की बात की गई है।
इस वर्ष के बजट में वित्त मंत्री ने यह घोषणा की थी कि क्रिप्टो करेंसी से जितनी भी आए होगी उस पर 30 परसेंट कर लागू होगा।
डिजिटल असेट्स पर टैक्स लगाने के लिए ही क्रिप्टो करेंसी जैसी डिजिटल मुद्राओं को अब वर्चुअल डिजिटल असेट्स की परिभाषा में शामिल कर लिया गया है।
इस तरह से यह कहना गलत नहीं होगा की क्रिप्टो करेंसी में निवेश भारत देश में कानूनी रूप से वैध है।
आने वाले समय में इस तरह की डिजिटल मुद्राओं के लिए सरकार द्वारा और अधिक विस्तार से विचार किया जाएगा और उसके बाद क्रिप्टो करेंसी निवेशकों के हित को देखते हुए आने वाले समय में इन नियमों में बदलाव भी किए जा सकते हैं।
भारत में वेब 3.0
ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित web3 या वेब 3.0 एक नया शब्द है जिसका अर्थ ऐसे इंटरनेट स्पेस से है जो विकेंद्रीकृत प्रक्रियाओं को बढ़ावा देता है।
यदि सरल शब्दों में देखा जाए तो इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के पास इंटरनेट पर उपलब्ध उनके खुद के कंटेंट का मालिकाना हक होगा।
वेब 3.0 इंटरनेट का है एक नेक्स्ट वर्जन है जहां पर सभी तरह की सेवाएं ब्लॉकचेन पर आधारित होगी , इसी ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग क्रिप्टो लेन-देन में भी किया जाता है।
वेब 3.0 यह निर्धारित करता है कि किसी भी दिए गए इंटरनेट व्यापार परिस्थितिक तंत्र में भाग लेने वाले उपयोगकर्ता कैसे अपने डेटा पर नियंत्रण बनाए रखते हैं।
जहां अच्छी बात यह है कि भारत अब धीरे-धीरे वेब 3.0 के सबसे पहले ग्रहणकर्ता के रूप में विकसित हो रहा है और इसी कारण पूरे देश में क्रिप्टो करेंसी को लेकर कई योजनाएं बहुत तेजी से बनाई जा रही हैं।
ब्लॉकचेन पर आधारित इस वेब 3.0 की इकोसिस्टम के लिए क्रिप्टो एसेट की जरूरत पड़ती है और इसी कारण वेब 3.0 किसी क्रिप्टो करेंसी के अभाव में सफल नहीं हो सकता । वेब 3.0 के लिए एक्सचेंज के मीडियम के तौर पर क्रिप्टो करेंसी का होना जरूरी है और यही कारण है कि यह कहना सही होगा की भारत में वेब 3.0 का इकोसिस्टम क्रिप्टो करेंसी के बाजार को भी बहुत आगे तक ले जाएगा।
भारत में क्रिप्टो करेंसी का भविष्य / Future Of Cryptocurrency In India
भारत में क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय है यही था कि क्या क्रिप्टो करेंसी में निवेश कानूनी रूप से वैध है या नहीं और इसी बात को स्पष्ट करते हुए भारत देश में पहली बार इस साल के बजट में क्रिप्टो करेंसी जैसी डिजिटल मुद्राओं पर टैक्स की बात की गई है।
जुलाई 2022 से भारत में क्रिप्टोकरंसी से जुड़े नए नियम भी प्रभाव में आ चुके हैं। क्रिप्टो करेंसी पर होने वाली किसी भी आमदनी पर 30% टैक्स और क्रिप्टो करेंसी के लेनदेन में १ % टीडीएस का प्रावधान है यदि लेनदेन पर कुल भुगतान ₹10000 सालाना से ऊपर होगा।
और इस कारण सरकार के उठाए गए इस कदम से यह बात कहीं जा सकती है कि भारत में क्रिप्टोकरंसी में निवेश कानूनी रूप से वैद्य हो चुका है। भारत में इस समय क्रिप्टो निवेशकों की दिलचस्पी के साथ ही वे 3.0 में होने वाली विकास की वजह से क्रिप्टोकरंसी समय की एक मांग बन चुकी है ,और इस आधुनिक युग में नवीनतम तकनीकों की वजह से यदि किसी निवेश को सर्वाधिक पसंद किया जा रहा है तो उनमें से क्रिप्टो करेंसी पर किया गया निवेश सबसे ऊपर आता है।
भले ही वर्तमान में दुनिया के बाजारों में आने वाली अस्थिरता के कारण क्रिप्टो करेंसी के निवेशक अपना पैसा क्रिप्टो बाजार से निकाल रहे हैं लेकिन जैसी ही बाजार वापस स्थिर होगा इस बात की प्रबल संभावना है कि क्रिप्टो बाजार की रंगत भी दोबारा से लौट आएगी। (Future Of Cryptocurrency In India )
नोट – यह आर्टिकल ( Future Of Cryptocurrency In India ) इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार लिखा गया है क्रिप्टो करेंसी या किसी भी डिजिटल मुद्रा में किया गया निवेश जोखिम से भरा होता है ,इस कारण निवेशक कहीं भी निवेश के पहले अपना स्वयं का शोध जरूर कर ले। हम आपको कहीं भी निवेश की सलाह नहीं देते।
Next Cryptocurrency To Explode 2023 – CryptoNewsPod
Digital Rupee – What Is Digital Rupee | क्या यह क्रिप्टोकरेन्सी है | Rupee Symbol
क्या भारत में क्रिप्टोकरेंसी बंद हो जाएगी?
नहीं ! अभी तक भारत में कोई भी ऐसा नियम नहीं आया जिससे यह कहा जा सके की भारत में क्रिप्टोकोर्रेंसी बैन है या आने वाले समय में बैन हो सकती है।
क्रिप्टोकरंसी का फ्यूचर क्या है? / Future Of Cryptocurrency In India
भले ही वर्तमान में दुनिया के बाजारों में आने वाली अस्थिरता के कारण क्रिप्टो करेंसी के निवेशक अपना पैसा क्रिप्टो बाजार से निकाल रहे हैं लेकिन जैसी ही बाजार वापस स्थिर होगा इस बात की प्रबल संभावना है कि क्रिप्टो बाजार की रंगत भी दोबारा से लौट आएगी।