क्या थी असली शिनचैन की मरने की वजह जिस पर यह कार्टून बनाया गया

टीवी पर आने वाले मज़ेदार कैरेक्टर शिन चैन को तो आप जानते ही होंगे। आज टीवी पर यह कार्टून अपनी लोकप्रियता और शिन चैन के मस्ती भरे अंदाज के कारण हर उम्र के लोगों के द्वारा मज़े से देखा जाता है।

आज हम आपको जो कहानी बताने जा रहे हैं यह सुनने के बाद आप शायद इस कार्टून को उसी भाव से नहीं देख पाएंगे।क्योंकि इनकी कहानी टीवी पर जितनी मज़ेदार है रियल में यह उतनी ही दर्दनाक है।

यह बात आज से लगभग 50 साल पुरानी 1970 के दशक की है। जापान के एक छोटे से शहर में एक परिवार रहता था। इस परिवार में पति पत्नी और दो बच्चे थे। परिवार के मुखिया का नाम हिरोशी और उसकी पत्नी का नाम मिसाई था।

मिसाई शिनचैन और हिमवारी को लेकर शॉपिंग मॉल पहुंची। उनके मॉल पहुंचते ही बारिश बंद हो गई। मिसाई अपने खरीददारी में व्यस्त थी वंही दोनों बच्चे भी पास ही खेल रहे थे।

शॉप के अंदर से शिनचैन की नजर अपनी बहन हिमवारी पर पड़ती है वह दौड़ता हुआ बाहर आता है तब तक हिमावारी रोड के बीचोंबीच तक पहुंच जाती है है वह हिमवारी को आवाज देता है लेकिन गाड़ियों की आवाज के कारण हिमवारी को शिनचैन की आवाज नहीं सुनाई देती।

तभी अचानक शिनचैन की नजर एक गाड़ी पर पड़ती है जो तेजी से हिमवारी की तरफ आ रही थी। वह तेजी से अपनी बहन की तरफ दौड़ता है लेकिन अफ़सोस वह उसे बचा नहीं सका और शिनचैन और उसकी बहन हिमावारी दोनों की मौत उस कार की टक्कर से हो जाती है।

इस तरह कई साल बीतने के बाद एक दिन इस घटना के बारे में जापन के एक फेमस कार्टूनिस्ट योषितो उसुई की पता चलता है। योषितो को इस घटना से बहुत ज्यादा लगाव महसूस हुआ ,उन्होंने फैसला लिया की वे इस कहानी को पूरी दुनिया के सामने लाएँगे